विनती request
विनती
इतनी "ऊँचाई' न देना प्रभु कि,
धरती "पराई" लगने लगे.!
इनती "खुशियाँ" भी न देना कि,
"दुःख" पर किसी के हंसी आने लगे.!!
"दुःख" पर किसी के हंसी आने लगे.!!
नहीं चाहिए ऐसी "शक्ति" जिसका,
"निर्बल" पर प्रयोग करूँ.!!
"निर्बल" पर प्रयोग करूँ.!!
नहीं चाहिए ऐसा भाव कि,
किसी को देख "जल-जल" मरूँ.!!
किसी को देख "जल-जल" मरूँ.!!
ऐसा ज्ञान मुझे न देना,
अभिमान जिसका होने लगे !!
अभिमान जिसका होने लगे !!
ऐसी चतुराई भी न देना जो,
लोगों को "छलने" लगे!!
लोगों को "छलने" लगे!!
विनती request
Reviewed by Unknown
on
00:24
Rating:
No comments: