दोस्ती friendship
एक दिन चूहा किसी के घर में खाना ढूढने गया .बहुत देर हो गयी किन्तु लेकिन वह लोटा नहीं खरगोश को चिंता होने लगी वह चूहा को खोजने घर से निकला ‘ इधर उधर बहुत खोजने के बाद उसने आवाज सुनी वह आवाज उसके दोस्त चूहे की थी। खरगोश चूहे के पास जाकर देखता है की एक बिल्ली चूहे को पकड रखा वह उसे खाना चाहती थी तभी खरगोश बिल्ली के जाकर रोका और बोला बिल्ली मोसी मेरे दोस्त चूहे को नहीं खाओ तो बिल्ली बोली मैंभूखी हूँ मैं तो खाऊंगी खरगोश ने विनती की अगर मैंआपको खूब सारा दूध पिने को दू तो बिल्ली बोली ठीक है अगर दूध मिल जाए तो मैं तुम्हारे दोस्त को छोड़ दूंगी।
खरगोश ने बिल्ली को एक गाय के पास ले गया और गाय से बोला “यदि आप अपना थोडा सा दूध बिल्ली को पिने दे तो यह मेरे दोस्त चूहे को छोड देगी गाय ने कहा ठीक है सभी हमारा दूध पिते है थोडा बिल्ली भी पी लेगी यह सुनते ही खरगोश और चूहा खुश हुए और गाय को ध्यानवाद कहा
एक खरगोश था और एक चूहा .दोनों अच्छे दोस्त थे वे कही भी जाते एक साथ जाते .दोनों दोस्त एक ही बिल रहते थे खरगोश को गाजर खाना बहुत पसंद थ चूहा हमेशा खरगोश के लिए खेत गाजर लाता था ‘
जो आसानी से मिले वो है
धोखा
जो मुश्किल से मिले वो है
इज्जत
जो दिल से मिले वो है
प्यार
और जो नसीब से मिले वो है
दोस्त
दोस्ती friendship
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